Prachin Kal Se Vartman Kal Tak Bhartiya Samaj Me Nari Ki Sthiti

Authors

  • Jyotsana Rajput Research scholar (Political Science) Jiwaji University image/svg+xml

Abstract

भारतीय वैदिक काल भारतीय संस्कृति एंव सभ्यता का उत्क्रष्ट काल माना जाता है इस युग मे नारी को देवी तुल्य एंव पूजनीय स्थान प्रदान किया गया था यहां स्त्रियों से संबधित कोई भी कुप्रथाएं प्रचलन में न होने के कारण स्त्रियो की स्थिति उच्च थी साथ ही वे पुरूष वर्ग के समान सभी अधिकारो की अधिकरिणी थी परन्तु समय मे परिवर्तन के साथ स्त्रियो की भूमिका भारतीय समाज मे निरंतर क्षीर्ण होती गई जिससे वे सबला से अबला बनती गयी। इसी स्थिति के चलते आज वर्तमान मे कई सत्त प्रयासो एंव सुधारो के बावजूद भी महिलाएं अपनी वास्तविक स्थिति प्राप्त नही कर पा रही है जिसके लिये निरंतर सुधारों एंव प्रयासों कि आवश्यकता है जिससे समाज मे नारी को पुरूष के समान दर्जा प्राप्त हो सके।

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References

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Published

30-07-2021

How to Cite

Jyotsana Rajput. (2021). Prachin Kal Se Vartman Kal Tak Bhartiya Samaj Me Nari Ki Sthiti. Jai Maa Saraswati Gyandayini An International Multidisciplinary E-Journal, 1(I), 87–90. Retrieved from http://jmsjournals.in/index.php/jmsg/article/view/19

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